Bihar E-Tender Registration Kaise Kare, बिहार ई टेंडर गवर्नमेंट रजिस्ट्रेशन | ई टेंडर (e-Tender) क्या होता है?, ई निविदा की प्रक्रिया पूरी जानकारी – बिहार सरकार द्वारा E Tender की प्रक्रिया को कैबिनेट बैठक के दौरान ऑनलाइन करने का निर्णय किया गया है। राज्य में पहले टेंडर प्राप्त करने के इच्छुक नागरिको को लिखित प्रक्रिया को पूर्ण करना होता था, जिस कारण उन्हें विभिन्न कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का फैसला किया गया है, ई टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन होने से राज्य के सभी प्रतियोगियों को समान अवसर प्राप्त होंगे, तथा राज्य में भ्रष्टाचार भी खत्म होगा। इसके माध्यम से राज्य के सभी नागरिको के द्वारा ऑनलाइन घर बैठे ही सुविधाजनक रूप से आवेदन किया जा सकता है। [Also read- बिहार रोजगार मेला: Bihar Rojgar Mela Registration, रोजगार मेला, तिथि]
E Tender क्या है?
बिहार सरकार द्वारा E Tender की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है, पहले के समय में किसी हॉल, या किसी ऐसी स्थान पर टेंडर की व्यवस्था की जाती थी, जहां सभी नागरिक अपने टेंडर को दाखिल करना चाहते थे। इस प्रक्रिया में सभी नागरिको को बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था, अब बिहार सरकार द्वारा टेंडर प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। किसी दूसरे व्यक्ति या फर्म के द्वारा किसी सरकारी या प्राइवेट कार्य को एक फिक्स रेट पर कराने को टेंडर या ठेका कहा जाता है। [Also read- मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना बिहार: ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन स्टेटस]
- इन सभी कार्यो की निगरानी करने वाले व्यक्ति को ठेकेदार कहा जाता है, सरकारी विभागो में टेंडर को निविदा के नाम से जाना जाता है।
- राज्य के किसी भी नागरिक के द्वारा टेंडर के लिए इसमें हिस्सा लिया जा सकता है, इसमें हिस्सा लेने हेतु नागरिको को कुछ पेपर वर्क और निर्धारित शर्तो को पूर्ण करना होता है।
- इसके अंतर्गत शर्तो का निर्धारण ई टेंडर के मालिक द्वारा किया जाता है, किसी भी प्रकार के टेंडर को खरीदने हेतु यह बहुत आवश्यक होता है कि, टेंडर के मालिक और ठेकेदार दोनों को एक दूसरे के कार्य की अच्छे से समझ होनी चाहिए, उसके बाद ही टेंडर के कार्यो को आरंभ किया जाना चाहिए। [Also read- Pashu Shed Yojana Bihar | बिहार पशु शेड योजना ऑनलाइन अप्लाई, बेनेफिशरी लिस्ट]
Overview of E Tender
आर्टिकल का नाम | ई टेंडर |
आरम्भ की गई | बिहार सरकार द्वारा |
वर्ष | 2024 |
लाभार्थी | राज्य के सभी नागरिक |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
उद्देश्य | टेंडर से सम्बंधित सभी प्रक्रियाओ को ऑनलाइन करना |
लाभ | टेंडर से सम्बंधित सभी प्रक्रियाओ को ऑनलाइन किया जाएगा |
श्रेणी | बिहार सरकारी योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | https://etender.up.nic.in |
ई टेंडर का उद्देश्य
ई टेंडर का मुख्य उद्देश्य सभी नागरिको को टेंडर से जुड़ी सभी प्रक्रियाओ को ऑनलाइन करना है। बिहार सरकार द्वारा कैबिनेट बैठक के दौरान टेंडर की प्रक्रियाओ को ऑनलाइन करने का निर्णय किया गया है। पहले के समय में किसी हॉल, या किसी ऐसे स्थान पर टेंडर की व्यवस्था की जाती थी, जहां सभी नागरिक अपने टेंडर को दाखिल करना चाहते थे, उन्ही स्थानों पर उनके द्वारा टेंडर जमा किए जाते थे। इन सभी प्रक्रियाओ में नागरिको को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता था, इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा E Tender की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है। अब राज्य के सभी नागरिक घर बैठे ही ऑनलाइन माध्यम से अपने टेंडर से सम्बंधित कार्यो को कर सकते है, इसके लिए उन्हें E Tender Registration कराना होगा। [Also read- मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना : ऑनलाइन आवेदन, लाभ व पात्रता]
ई टेंडर के नियम
- ऐसे नागरिक जिनके द्वारा टेंडर भरा जाता है, उन सभी नागरिको के द्वारा सही जानकारी दर्ज करनी चाहिए, इसके विपरीत यदि व्यक्ति से टेंडर भरते समय कोई गलती हो जाती है, तो टेंडरदाता के आद्यक्षर द्वारा उन गलतियों के परिवर्तनों के स्थान पर सत्यापित होना चाहिए।
- इसमें होने वाली गलतियों को सही करने हेतु उन पर दोबारा नहीं लिखना चाहिए, इसका अनुपालन जिस भी नागरिक के द्वारा किया जाएगा, उनके टेंडर को अस्वीकृत कर दिया जाएगा।
- इसके अंतर्गत टेंडर खुलने के बाद टेंडर भरने वाले व्यक्ति को दर या शों में परिवर्तन करने से जुड़ी सूचना पर विचार नहीं किया जाएगा।
- किसी व्यक्ति के द्वारा यदि अकेले ही टेंडर को दायर किया जाता है, तो उसके द्वारा पते का दस्तावेज़ी सबूत जैसे- विद्युत बिल, रेशन कार्ड, पैन कार्ड किराया बिल आदि को भी फॉर्म में अटैच किया जाना चाहिए।
- टेंडर अधिसूचना जारी होने की तारीख के 3 माह पूर्व से अधिक जो टेंडरदाता के नाम से जारी किया गया है टेंडर के साथ टेंडरदाता द्वारा पुलिस जांच प्रमाणपत्र संलग्न किया जाना चाहिए।
- टेंडरदाता के नाम से जारी किया गया चरित्र प्रमाण पत्र किसी भी राजपत्रित अधिकारी या विषेश कार्यकारी मैजिस्ट्रेट या विधायक/सांसद द्वारा जो टेंडर अधिसूचना जारी होने के 3 माह से अधिक पूर्व का नहीं है उसे टेंडरफार्म के साथ अटैच करना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त फॉर्म के साथ सर्विस टैक्स रजिस्ट्रेशन नंबर का वैध प्रमाणपत्र तथा पैन कार्ड नंबर को भी अटैच किया जाना चाहिए, यह अटैच नहीं होने पर टेंडर को अस्वीकृत कर दिया जाएगा।
- इस फॉर्म में टेंडरदाता के नाम का टेलीफोन नंबर भी दर्ज होना चाहिए, इसके साथ ही आपको उससे संबंधी दस्तावेज़ी सबूत भी अटैच किया जाना चाहिए, टेंडर का चुनाव होने पर इसके माध्यम से आप से संपर्क किया जा सकेगा।
- जिस व्यक्ति के द्वारा टेंडर भरा जाता है, उसके द्वारा टेंडर भरने संबंधी सभी आवश्यक जानकारी को स्वयं के खर्च से प्राप्त किया जाना चाहिए, इसके साथ ही उसे कार्य का प्रकार, स्वयं को सभी स्थानीय शर्ते कार्य करने के स्थान तथा उससे संबंधित सभी बातों से अवगत करा लेना चाहिए।
- टेंडर दाता द्वारा मूल टेंडर दस्तावेज को भरा जाना चाहिए, तथा फॉर्म में मांगे गए सभी दस्तावेजों को भी अटैच किया जाना चाहिए।
- इसके तहत प्राप्त होने वाले टेंडर के लिफाफे पर टेंडर संख्या, उसका विवरण, तथा अन्य विवरण स्पष्ट रूप से विधिवत् सीलबंद होना अनिवार्य है।
- निविदाकर्ता द्वारा टेंडर डालते वक्त यदि आवश्यक दस्तावेजो को नहीं जोड़ा जाता है तो उनके टेंडरों पर विचार नहीं किया जाएगा, तथा उनके द्वारा प्रदान की गई जानकारी की जांच की जाएगी।
- आपके द्वारा जिस भी कंपनी या सरकारी प्रशासन का टेंडर प्राप्त किया जा रहा है वह कंपनी या सरकारी प्रशासन उच्चतम ऑफर अन्य किसी टेंडर को स्वीकार करने हेतु बाध्य नहीं है।
सरकारी टेंडर कैसे ले?
सरकारी टेंडर लेने के इच्छुक किसी भी नागरिक के द्वारा सरकारी विभाग द्वारा जारी टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया जा सकता है। इसके लिए इच्छुक नागरिको को विभाग द्वारा निर्धारित मानकों को कुछ नियमों का पालन करते हुए पूर्ण करना होगा, इसके तहत प्रदान किए गए यह नियम तथा विभिन्न शर्तो को टेंडर में निविदादाता द्वारा जारी किया गया है। वह सभी शर्ते जिनको विभाग द्वारा निर्धारित किया जाता है, उन सभी शर्तो में विशेष रूप से कार्य की दरे, अनुमानित लागत के साथ-साथ कुछ जरूरी तथा महत्वपूर्ण सुझाव, समय अवधि आदि प्रदान किए जाते है। इसके अतिरिक्त टेंडर लेते समय किसी भी ठेकेदार द्वारा एक प्रकार का कॉन्ट्रैक्ट ठेकेदार और निविदादाता के बीच कराया जाता है, जिससे की भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी होने की स्थिति में आवश्यक कनूनी कार्यवाही हो सके।
ई टेंडर के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको ई टेंडर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है, इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक कर देना है, इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
- यहां आपको पूछी गई सभी जानकारी का विवरण जैसे- ईमेल आईडी, पासवर्ड, कंपनी का पूरा नाम, रजिस्टर्ड पता, कंपनी के पार्टनर का नाम, सिटी, स्टेट या राज्य, पोस्टल कोड या पिन कोड, पैन या टिन नंबर, जीएसटी नंबर, कंपनी की स्थापना का साल, अन्य जानकारी आदि दर्ज कर देना है।
- इसके बाद आपको मांगे गए सभी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड कर देना है, अब आपको कैप्चा कोड दर्ज करके सबमिट के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- अब आपका टेंडर रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन स्वीकार कर लिया जाएगा, इस प्रक्रिया का पालन करके आप ई टेंडर के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
टेंडर कितने प्रकार के होते हैं
बिहार सरकार द्वारा ई टेंडर की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है, जिससे सभी नागरिक टेंडर से जुड़े कार्यो को ऑनलाइन कर सकते है। टेंडर के चार प्रकार होते है, जोकि निम्नलिखित है:-
- एकल निविदा– ऐसे टेंडर जिसमे केवल एक ही वेंडर या ठेकेदार से आवेदन या निविदाए इकट्ठी की जाती है, वह एकल निविदा होते है। इन टेंडरो को अक्सर एकाधिक्रति वस्तुओं के मामले में प्राप्त किया जाता है, इसके साथ ही इस टेंडर को अधिक आवश्यकता के समय में भी प्राप्त किया जाता है। सिंगल टेंडर के अंतर्गत ठेकेदार की कंपटीशन या प्रतिस्पर्धा किसी भी प्रकार से नहीं होती है, इस वजह से डिपार्टमेंट को कभी-कभी नुकसान भी हो जाता है।
- सीमित निविदा– कुछ चुनिंदा और सीमित ठेकेदारों को जिन टेंडरो में आवेदन करने हेतु बुलाया जाता है, वह सीमित निविदा होते है। इसके तहत अधिकतर 500000 से कम के प्रोजेक्ट कार्यों हेतु अपनाया जाता है, लेकिन इसके अंतर्गत मूल्य को बढ़ाया भी जा सकता है।
- खुली निविदा– कोई भी ठेकेदार या कंपनी जो इसके योग्य है वह ओपन टेंडर के तहत हिस्सा ले सकते है, इस टेंडर के तहत वह ठेकेदार जिनके पास लाइसेंस उपलब्ध होता है उनके द्वारा इसमें भाग लिया जा सकता हैं इसके साथ ही किसी अन्य ठेकेदार या कंपनी को भी टेंडर दिया जा सकता है, जिनके द्वारा यह कार्य किया जा सकता है।
- ग्लोबल टेंडर– इस टेंडर के अंतर्गत किन्ही दो या दो से अधिक देशों के नागरिको अथवा कंपनी के द्वारा टेंडर दाखिल किया जा सकता है।
E Tender Registration के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पैन कार्ड
- चरित्र प्रमाण पत्र
- पुलिस द्वारा सत्यापित प्रमाण पत्र
- ठेकेदारी का लाइसेंस
- जीएसटी प्रमाण पत्र
- पर्सनल आधार कार्ड
- ईमेल आईडी
- मोबाइल नंबर आदि
ई टेंडर सर्च करने की प्रक्रिया
वह सभी नागरिक जो ई टेंडर सर्च करना चाहते है, वह इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करके टेंडर सर्च कर सकते है: –
- सबसे पहले आपको ई टेंडर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है, इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक कर देना है, इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको टेंडर्स बाय लोकेशन के विकल्प पर क्लिक कर देना है, इसके बाद आपके सामने नवीन पेज प्रदर्शित हो जाएगा।
- यहां आपको अपनी लोकेशन दर्ज कर देनी है, अब आपको कैप्चा कोड दर्ज करके सबमिट के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- अब आपको उस टेंडर का चुनाव करना है जिस टेंडर को आप डालना चाहते है, उस पर आपको राइट क्लिक कर देना है।
- फिर आपके सामने टेंडर प्रदर्शित हो जाएगा, इस प्रक्रिया का पालन करके आप ई टेंडर सर्च कर सकते है।