भारत की पंचवर्षीय योजना 2024, 13वीं पंचवर्षीय योजना | Five Year Plans | भारत की 13वीं पंचवर्षीय योजना | 13वीं पंचवर्षीय योजना की जानकारी | पंचवर्षीय योजना क्या है
केंद्र सरकार द्वारा हर 5 वर्ष के लिए नागरिको को आर्थिक और सामाजिक विकास देने के लिए पंचवर्षीय योजना शुरू की जाती है। इस योजना के तहत अब तक 13th Five year Plan शुरू किए गए है। वर्तमान वर्ष में इस योजना के अंतगर्त हमारे देश को कृषि विकास रोजगार अवसर दिए जाएंगे और भौतिक व मानवीय संसाधनों का प्रयोग कर उत्पादकता को वृद्धि अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। तो आईये आज हम आपको अपने इस लेख के अंतगर्त इस योजना से जुड़ी सभी जानकारी बतायगे। जैसे के 13th Five Year Plans क्या है, इसका उद्देश्य क्या है, पंचवर्षीय योजना क्या है हम आपको इस योजना से जुडी सारी जानकारी इस पोस्ट में बतायगे। आपसे अनुरोध है की आप हमारी इस पोस्ट को ध्यान से पूरा पढ़ें | [यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना: ऑनलाइन फॉर्म | Mudra Loan Yojana Registration]
पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956)
पहेली योजना हमारे देश के प्रथम प्रिय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी द्वारा 8 दिसंबर 1951 को शुरू कि गई थी। पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956) हैरोड डोमर मॉडल पर आधारित थी इस योजना में सबसे अधिक प्राथमिकता कृषि विकास को दिए गए थे। इस योजना में बढ़ोतरी का लक्ष्य 2.1% का था लेकिन इसमें प्राप्ति 3.6% की हुई थी। पहली पंचवर्षीय योजना का कुल बजट 2603 अरब था। इस योजना को 7 व्यापक क्षेत्रों में निकाला गया था जो कि कुछ इस तरह हैं [यह भी पढ़ें- नाबार्ड योजना: डेयरी फार्मिंग योजना ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म]
- परिवहन और संचार
- सामाजिक सेवाओं के लिए
- कृषि और सामुदायिक विकास
- उद्योग
- भूमि पुनर्वास के लिए
- तथा अन्य क्षेत्र और सेवाओं के लिए
- सिंचाई और ऊर्जा
पंचवर्षीय योजना के मुख्य तथ्य
योजना का नाम | पंचवर्षीय योजना |
किसके द्वारा लांच की गई | भारत सरकार द्वारा |
लाभार्थी | भारतीय नागरिक |
योजना का उद्देश्य | देश का विकास करना |
आरंभ साल | 1951 |
अधिकारिक वेबसाइट | http://planningcommission.gov.in/ |
द्वितीय पंचवर्षीय योजना (1956 -1961 )
पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1956 से 1961 तक रहा। यह योजना उद्योग पर केंद्रित थी। दूसरी योजना ने औद्योगिक उत्पादों के घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया। इस योजना के तहत, सरकार ने देश के लोगों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय आय को 5 वर्षों में 25% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा था। 2-पंचवर्षीय योजना ने उत्पादक क्षेत्रों के बीच निवेश के इष्टतम आवंटन को निर्धारित करने के लिए दीर्घकालिक आर्थिक विकास को अधिकतम करने का प्रयास किया। [यह भी पढ़ें- Mera Ration App: वन नेशन वन राशन कार्ड, लाभ व विशेषताएं, डाउनलोड लिंक]
द्वितीय पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य
- इस योजना के तहत उद्योग को प्राथमिकता दी गई।
- इस योजना के तहत, देश में उत्पादकों के घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया था।
- योजना एक बंद अर्थव्यवस्था है जिसमें मुख्य व्यावसायिक गतिविधि आयात पूंजीगत वस्तुओं पर केंद्रित होगी।
- इस योजना के दौरान तीन बड़े इस्पात कारखाने खोले गए – भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला।
तृतीय पंचवर्षीय योजना (1961-1966)
सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत कृषि और गेहूं के उत्पादन में सुधार करने के लिए सहयोग प्रदान किया गया था। लेकिन 1962 में भारत और चीन के बीच हुए युद्ध ने अपनी तरफ ध्यान स्थानांतरित कर दिया। इस योजना की समय अवधी सन 1961 से लेकर सन 1966 तक थी। इस योजना के अंतगर्त कृषि और गेहूं के उत्पादन के लिए सीमेंट, रासयनिक खाद्य,उर्वरक संयंत्र इत्यादि का निर्माण किया गया था। इस योजना के द्वारा देश में कृषि और गेहू के उत्पादन को सुचारु रूप से करने के लिए बढ़ावा देना था। [यह भी पढ़ें- नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट: नई MGNREGA कार्ड सूची, NREGA Card डाउनलोड]
तृतीय पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य
- तृतीय पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत कृषि और उद्योग को सर्वप्रथम प्राथमिकता दी गयी।
- इस योजना का उद्देश्य है। कि अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाकर गेहूं का निर्यात विदेशो में भी कर सके।
- कुछ नए उपयोग में आने वाले उपकरण जैसे सीमेंट, रासयनिक खाद्य इत्यादि। इस योजना के अंतर्गत व्यवस्थित किये गए थे।
- सकल घरेलू उत्पाद का मुख्य लक्ष्य 5.6% विकास दर प्राप्त करना था। जबकि नागरिकों से प्राप्त करने की विकास दर 2.84% थी।
चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-1974)
यह योजना वर्ष 1969 में शुरू की गई थी, इस योजना की समय अवधी सन1969 से 1974 तक थी। उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी। चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-1974) के अंतगर्त इंदिरा गाँधी जी की सरकार द्वारा 14 प्रमुख भारतीय बैंकों को स्वीकृत किया गया था। इसके साथ ही हरित क्रांति द्वारा कृषि उन्नत की गई थी। प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी ने सन 1971 में चुनाव के समय ‘गरीबी हटाओ” का नारा दिया था। इस योजना के माध्यम से औद्योगिक विकास के लिए निर्धारित किया गया फंड युद्ध के प्रयास के लिए भेज दिया था। [यह भी पढ़ें- (Vivah Panjikaran) विवाह पंजीकरण: शादी प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन, स्टेटस चेक]
चौथी पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य
- इस योजना के अंतर्गत आर्थिक विकास को सर्वप्रथम प्राथमिकता दी गई थी।
- नागरिकों का आर्थिक विकास स्थिरता के साथ करना इस योजना का लक्ष्य था।
- चौथी पंचवर्षीय योजना के माध्यम से नागरिकों में आत्मनिर्भरता की भावना को अधिकाधिक प्रदान करना भी लक्ष्य था।
- इसके बाद इस योजना के अंतगर्त 5.7% विकास लक्ष्य दर तय की गई थी। जबकि प्राप्त केवल 3.3% ही कर पाए थे।
Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana
13वीं पंचवर्षीय योजना क्या है (2017-2024)
13th Five Year Plans के अंतगर्त संसाधन पुस्तकें क्लासरूम आदि को आरम्भ किया जाएगा रिमेडियल क्लासेस के अंतगर्त एससी एसटी ओबीसी के कमजोर विद्यार्थियों को अलग से शिक्षा दी जाएगी। 13th Five Year Plans के तहत सरकार द्वारा कुछ ना कुछ उद्देश्य दिए गए है। और उन उद्देश्य पर काम किये गए है इन 5 वर्षीय योजना के तहत हमारे देश के आर्थिक जीवन में भी अच्छा सुधार आया है,जिससे आपको पंचवर्षीय योजना क्या है ये समझ में आ गया होग। [यह भी पढ़ें- ग्रीन राशन कार्ड क्या है | ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म (Green Ration Card)]
पंचवर्षीय योजना की विशेषताएं
- इस योजना को 1951 में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा आरम्भ किया गया था।
- पंचवर्षीय योजना के संचालन के लिए 15 मार्च 1950 को भारतीय योजना आयोग का गठन किया गया था।
- इन 5 वर्षीय योजना को 5 साल तक चलाया जाता है जिससे कि देश में विकास हो और आगे के ५वर्ष के लिए एक नई योजना शुरू की जाए।
- इस योजना के अंतगर्त से सामाजिक न्याय गरीबी हटाना पूर्ण रोजगार आधुनिकरण आदि की तरफ भी ध्यान केंद्रित किया जाता है।
- अब तक देश में 13 पंचवर्षीय योजना निकाली जा चुकी हैं।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की आर्थिक जीवन में सुधार लाना और देशवासियों के लिए जीवनशैली में सुधार करना है।
पंचवर्षीय योजना का इतिहास
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 9 जुलाई 1951 को पहली पंचवर्षीय योजना आरम्भ की थी यह योजना भारत सरकार द्वारा संसाधन में प्रभावी और संतुलित प्रयोग के लिए आजादी के बाद बनायीं गई योजनाओं का एक औपचारिक मॉडल था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी को रोजगार के अवसर और संस्था जनों का उचित आवंटन उत्पादन में वृद्धि तथा हर किसी के लिए रोजगार का अवसर प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य था कि देश में सभी नागरिकों के जीवन में सुधार आए। [यह भी पढ़ें- बीपीएल सूची: डाउनलोड NEW BPL List, बीपीएल राशन कार्ड लिस्ट में नाम देंखे]
प्रधान मंत्री की अन्य सरकारी योजनाएँ :-
बाहरवीं पंचवर्षीय योजना (2012 -2017 )
यह योजना 01 अप्रैल 2012 को शुरू की गई थी। इस योजना के तहत, योजना आयोग ने 01 अप्रैल, 2012 से 31 मार्च, 2017 तक 12 वीं पंचवर्षीय योजना में 10 प्रतिशत वार्षिक आर्थिक वृद्धि प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। वैश्विक आर्थिक संकट भी प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था। वर्ष की योजनाओं के तहत, आर्थिक क्षेत्र में कृषि, उद्योग, ऊर्जा, परिवहन, संचार, ग्रामीण विकास और शहरी विकास, और स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास, महिला एजेंसी, बाल अधिकार और सामाजिक क्षेत्र में सामाजिक समावेश शामिल हैं। 2 पंचवर्षीय योजनाओं में वार्षिक वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रखी गई है। [यह भी पढ़ें- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना: ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म]